आजादी के अमृत महोत्सव के तहत पटना नगर निगम की तरफ से पटना के बोरिंग रोड चौराहा और डाकबंगला स्थिति मौर्य लोक कंपलेक्स में रिवर्स वेंडिंग (plastic bottle recycling machine) मशीन लगाया गया है. इसमें प्रतिदिन यूज होने वाले कैरी बैग, प्लास्टिक के बोतल आदि को इस मशीन में डालने के बाद लोगों को जोमैटो, स्विग्गी, पेटीएम के अलावे अन्य कई तरह के आकर्षक कूपन मिलते हैं. पढ़ें पूरी खबर.
पटना: पर्यावरण की रक्षा के लिए कई तरह के कदम उठाये जा रहे हैं. लोगों को इस ओर आकृष्ट करने के लिए नयी-नयी कवायद की जा रही है. इसी कड़ी में पटना को प्लास्टिक के कचरे से बचाव के लिए नया प्रयास किया गया है. आजादी के अमृत महोत्सव के तहत पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) की ओर से राजधानी के बोरिंग रोड चौराहा (Boring road Chauraha in Patna) और डाकबंगला स्थित मौर्य लोक कंपलेक्स में रिवर्स वेंडिंग मशीन (Reverse Vending Machine in Patna) लगाया गया है. इसमें अमूमन प्रतिदिन यूज करने वाले कैरी बैग, प्लास्टिक के बोतल चाहे, चाहे वह पानी पीने वाले हो या जूस के वेस्टेज या अन्य तरह के प्लास्टिक के बोतल को इस मशीन में डालने पर लोगों को जोमैटो, स्विग्गी, पेटीएम के अलावे कई अन्य तरह के कूपन (Attractive Offers in Patna) मिलते हैं.
मिलता है आकर्षक कूपन: इस कूपन का उपयोग रेस्तरां से खाना मंगवाने या खाने में उपयोग कर सकते हैं. आपको बता दें कि इसको यूज करने के लिए उस मशीन के नीचे तीन तरह का स्टेप डाला गया है. पहला स्टेप में खाली बोतल डालना है. उसके बाद उसमें एक ऑप्शन आएगा, जिसमें अपना मोबाइल नंबर डालना है. मोबाइल नंबर डालने के बाद तीसरा ऑप्शन रिवार्ड चूज करने का आता है. उसके बाद खुद-ब-खुद जिस ऑप्शन को चूज करेंगे, उसका कूपन मिलेगा. इसके माध्यम से लोग रेस्टोरेंट्स खाना मंगवाने में उन्हें 60% तक का ऑफर मिलेगा.
लोगों में जागरुकता है उद्देश्य: दरअसल, स्वच्छता अभियान के तहत फिलहाल इस प्रकार की वेंडिंग मशीन राजधानी पटना में दो जगह पर लगायी गयी है. भविष्य में पटना के मुख्य चौक-चौराहों पर ऐसी वेंडिंग मशीने लगाई जाएंगी और लोगों को जागरूक किया जाएगा. लोगों को इसके फायदे के बारे में बताया जायेगा कि किस प्रकार पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सकता है. बता दें कि प्लास्टिक ऐसा वस्तु है जो कभी नष्ट नहीं होता है. खाली बोतल या प्लास्टिक कैरी को इस मशीन में डालने के बाद वह इसको छोटे-छोटे टुकड़ों में कन्वर्ट करता है. उसके बाद इसे कई तरह के उपयोग में लाया जा सकता है. लोगों को कहीं ना कहीं जागरूक करने के लिए इस मशीन के माध्यम से एक कूपन दिया जा रहा है जिसमें लगभग 60% का छूट है.
पटना में अन्य स्थानों पर लगेंगी यह मशीन: लोगों को कूपन देने का मकसद पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है. इससे लोग एक तरफ कूपन के चलते आकर्षित होंगे, साथ ही पर्यावरण प्रति जागरुकता बढ़ेगी. दरअसल केंद्र सरकार का मकसद पर्यावरण के प्रति लोगों का जागरुक करना है. इसके लिए इस प्रकार की मशीनें लगायी जा रही हैं. हालांकि शुरुआती दौर में राजधानी पटना में दो जगहों इन मशीनों को लगाया गया है. शीघ्र ही पटना के प्रमुख चौक-चौराहों पर और ऐसी और मशीने लगायी जाएंगी.